बाबा रामदेव जी की आरती | Baba Ramdev Ji Ki Aarti | पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया

किसी के लिए गुरु, किसी के लिए भगवान तो किसी के सबकुछ, ऐसा ही है बाबा रामदेव जी महाराज का जादू। श्री रामदेव जी की लोकप्रियता राजस्थान और गुजरात में काफी अधिक है। राजस्थान में तो हर साल लाखो लोग बाबा के दर्शन करने को आते हैं| रामदेव जी की आरती जो की बहुत कम लोग ही जानते है “पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया” यहाँ दी गई है। अगर आप भी राजस्थान के राजा रामदेव जी को मनाना चाहते है को यह बाबा रामदेव जी की आरती (Baba Ramdev Ji Ki Aarti) आपको लाभ दे सकती है।

बाबा रामदेव जी की आरती | Baba Ramdev Ji Ki Aarti in hindi

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया
घर अजमल अवतार लियो |
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

गंगा जमुना बहे सरस्वती |
रामदेव बाबो स्नान करे |
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

घिरत मिठाई बाबा चढे थारे चूरमो
धूपारी महकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

ढोल नगाङा बाबा नोबत बाजे
झालर री झणकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

दूर–दूर सूं आवे थारे जातरो
दरगा आगे बाबा नीवण करे |
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

हरी सरणे भाटी हरजी बोले |
नवों रे खण्डों मे निसान घुरे |
लाछां सुगणा करे थारी आरती |
हरजी भाटी चंवर ढोले |

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया |

  || जय बाबा की ||

Baba Ramdev Ji Ki Aarti

बाबा रामदेव जी की आरती | Baba Ramdev Ji Ki Aarti

भारत देश मंदिरों और देवताओं का देश माना जाता है। राजस्थान के जैसलमेर जिला भी किसी विशेष कारण से प्रसिद्ध है और वह है रामदेव जी या रामदेवरा जी। पोखरण से करीब 12 किमी उत्तर दिशा में यह स्थान है। छोटे से एक गाँव के पास यहाँ रेलवे स्टेशन है जो की रामदेवरा रेलवे स्टेशन के नाम से ही जाना जाता है। यहाँ स्टेशन से रामदेव जी का मंदिर मात्रा 700 मीटर की दुरी पर ही है। स्टेशन से कोई भी व्यक्ति पैदल ही रामदेव जी की समाधी स्थल तक जा सकता है। यहाँ के लिए ट्रैन का सफर बहुत सस्ता और सुविधाजनक माना जाता है।

रामदेव जी कितने नामों से जाने जाते है ?

रामदेव जी, को लोग कई नामों से जानते है। बाबा रामदेव, रामदेव पीर,रामसा पीर, पीरो के पीर आदि नामों से लोग इन्हे पुकारते है।

रामदेव जी ने कब अवतार लिया था ?

रामदेव जी के विषय में ऐसा माना जाता है की 1409 ई में हिन्दू कैलेंडर के अनुसार रामदेव जी ने भाद्रपद शुक्ल दूज के दिन अवतार लिया था।

रामदेव जी के माता – पिता का क्या नाम था ?

रामदेव जी का जन्म बाड़मेर के एक राजपूत परिवार में हुआ . इनके पिता जी का नाम अजमालजी तंवर और रामदेवजी की माता का नाम मैणादे था। रामदेव जी के एक बड़े भाई भी हुए जिनका नाम विरमदेव जी बताते है।

रामदेव जी किनके अवतार माने जाते है ?

रामदेव को द्वारिका‍धीश (श्रीकृष्ण) का अवतार माना जाता है।

रामदेव जी के कितने पुत्र हुए ?

रामदेव जी के पांच पुत्र बताये जाते है, जिनके नाम इस प्रकार है – बांकोजी, महराजजी (मेहराजजी), गजराजजी, जेतोजी और भींवोजी।

रामदेव जी क्यों इतने प्रसिद्ध हुए ?

अगस्त – सितम्बर के माह में यहाँ गोरा रामदेवरा मेले का आयोजन होता है। यह बहुत प्रसिद्ध हो गया है और दूर दूर से लोग यहाँ मेले में आने लगे है। यहाँ जाति – पंथ का कोई भेद भाव नहीं है रामदेव जी में आस्था रखने वाले सभी भक्त यहाँ आते है।

Aarti ka video

आरती का video आप यहाँ देख सकते है।

Related Post

Leave a Comment

error: Content is protected !!