हमारे हिन्दू धर्म अनुसार भगवान श्री विष्णु को संपूर्ण जगत का पालनहार माना जाता है। सभी भगवानों में विष्णु जी का स्थान सर्वोपरि है इसलिए इनकी आराधना का भी अलग ही महत्व है। श्री विष्णु भगवान्जी की आरती घर में सुख समृद्धि लाती है और विपत्तियों को दूर करती है। श्री विष्णु जी की अर्धांगिनी माँ लक्ष्मी है, इसलिए विष्णु आराधना करने से लक्ष्मी देवी भी प्रसन्न होती है। माँ के प्रसन्न होने से घर में धन की कमी नहीं होती।
धार्मिक मान्यताओं अनुसार गुरूवार का दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए सर्वोत्तम होता है। गुरुवार के दिन सुबह उठकर विष्णु जी के मंदिर में जा कर या फिर घर में ही पूजा स्थल में जाकर विष्णु जी के सामने घी का दीपक लगाना चाहिए और प्रभु का ध्यान कर के सच्चे मन से ईश्वर की प्रार्थना करनी चाहिए।
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय…॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय…॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी।
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय…॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय…॥
Vishnu Bhagwan Aarti Video – Om Jai Jagdish
ॐ जय जगदीश हरे आरती Om Jai Jagdish Hare Vishnu Ji Aarti I विष्णु जी की आरती I Hindi English Lyrics
#VishnuAarti #JaiJagdishHare
अन्य सम्बंधित पोस्ट भी बढ़ें
2 thoughts on “भगवान विष्णु जी की आरती – ॐ जय जगदीश हरे | Vishnu Bhagwan Aarti – Om Jai Jagdish”