चौघड़िया हिंदू पंचांग के अनुसार एक प्रकार का मुहूर्त है, जो दिन और रात को छोटे-छोटे समय के हिस्सों में बाँटता है। इसे शुभ और अशुभ कार्यों के लिए उचित समय निर्धारित करने के लिए देखा जाता है। Choghadiya का उपयोग विशेष रूप से दैनिक गतिविधियों, यात्रा, नए कार्यों की शुरुआत, और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सही समय चुनने में किया जाता है।
दिन का चौघड़िया – Din ka Choghadiya
रात का चौघड़िया – Raat ka Choghadiya
चौघड़िया क्या है?
- अर्थ: चौघड़िया शब्द “चौघड़ी” से बना है, जिसका मतलब “चार घड़ी” होता है। एक “घड़ी” 24 मिनट की होती है, इसलिए चौघड़िया का एक समय खंड 96 मिनट (चार घड़ी) का होता है। दिन और रात दोनों को मिलाकर कुल 16 चौघड़िया होते हैं, जिनमें से 8 दिन में और 8 रात में होते हैं।
- प्रकार: चौघड़िया को मुख्यतः सात भागों में विभाजित किया जाता है:
- अमृत चौघड़िया: अत्यधिक शुभ, सभी कार्यों के लिए उत्तम।
- शुभ चौघड़िया: शुभ, नए कार्यों के लिए अच्छा।
- लाभ चौघड़िया: लाभकारी, व्यापार और नए कार्यों के लिए श्रेष्ठ।
- चर चौघड़िया: गतिशील, यात्रा और बदलने के लिए अनुकूल।
- काल चौघड़िया: अशुभ, इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
- रोग चौघड़िया: अशुभ, बीमारी और समस्याओं का समय।
- उद्वेग चौघड़िया: अत्यंत अशुभ, सभी प्रकार के कार्यों के लिए अनुकूल नहीं।
चौघड़िया कैसे देखें? | Choghadiye kaise dekhe?
- दिन और रात की गणना: दिन का चौघड़िया सूर्योदय से सूर्यास्त तक होता है, जबकि रात का चौघड़िया सूर्यास्त से सूर्योदय तक होता है। प्रत्येक चौघड़िया का समय स्थान और दिन के समय के अनुसार बदलता है।
- सूर्योदय और सूर्यास्त: पंचांग या इंटरनेट के माध्यम से अपने स्थान का सूर्योदय और सूर्यास्त का समय पता करें। दिन और रात का चौघड़िया इसके आधार पर निकाला जाता है।
- चौघड़िया का क्रम: चौघड़िया का क्रम सप्ताह के दिन और समय के आधार पर बदलता रहता है। चौघड़िया क्रमवार इस प्रकार होता है:
Kown se Choghadiye ka kya matlab hota hai?
- सोमवार: लाभ, अमृत, काल, शुभ, रोग, उद्वेग, चर।
- मंगलवार: उद्वेग, शुभ, अमृत, चर, काल, लाभ, रोग।
- बुधवार: शुभ, रोग, लाभ, अमृत, चर, काल, उद्वेग।
- गुरुवार: अमृत, लाभ, रोग, शुभ, उद्वेग, चर, काल।
- शुक्रवार: रोग, शुभ, उद्वेग, लाभ, अमृत, काल, चर।
- शनिवार: काल, लाभ, अमृत, चर, रोग, शुभ, उद्वेग।
- रविवार: चर, काल, लाभ, अमृत, शुभ, रोग, उद्वेग।
- चौघड़िया पंचांग: बहुत से पंचांग, पत्रिकाएं, या मोबाइल एप्स में चौघड़िया के लिए विशेष समय दिये रहते हैं। इसके आधार पर आप यह देख सकते हैं कि किस समय कौन सा चौघड़िया है।
- शुभ चौघड़िया का चयन: यदि आप कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहते हैं, तो अमृत, शुभ, लाभ या चर चौघड़िया में ही करें। अशुभ चौघड़िया जैसे काल, रोग, और उद्वेग के समय में कार्य करने से बचना चाहिए।
उपयोगिता और महत्व | Choghadiye ka mahatva | Choghadiya kyo dekhna chahiye?
- दैनिक कार्य: चौघड़िया का उपयोग दैनिक कार्यों जैसे कि यात्रा, व्यापार, निवेश, पूजा, और किसी नए कार्य की शुरुआत के लिए शुभ समय निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
- यात्रा और कार्य की शुरुआत: विशेष रूप से यात्रा या नए कार्यों की शुरुआत के समय चौघड़िया को देखना आवश्यक माना जाता है। अमृत, शुभ, और लाभ चौघड़िया यात्रा और कार्य की शुरुआत के लिए विशेष रूप से उत्तम माने जाते हैं।
- समय प्रबंधन: चौघड़िया समय का सही प्रबंधन करने और दिन की गतिविधियों को अच्छे से नियोजित करने में सहायक होता है।
चौघड़िया का सही उपयोग जीवन में शुभ समय का चयन करने में मदद करता है, जिससे जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
चौघड़िया को सात मुख्य प्रकारों में बांटा गया है | Choghadiya ke kitne prakar hote hai?
चौघड़िया को सात मुख्य प्रकारों में विभाजित किया गया है, जिनका उपयोग शुभ और अशुभ समय के निर्धारण के लिए किया जाता है। आइए, इन सात प्रकारों को विस्तार से समझते हैं:
1. अमृत चौघड़िया (अमृत काल)
- महत्व: यह चौघड़िया सबसे शुभ माना जाता है। इसका नाम ही “अमृत” है, जिसका अर्थ होता है अमरत्व या अमरता देने वाला।
- उपयोग: इस समय में कोई भी कार्य किया जा सकता है, जैसे विवाह, व्यापार की शुरुआत, यात्रा, और अन्य महत्वपूर्ण निर्णय। यह समय सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अत्यधिक अनुकूल है।
- लाभ: अमृत चौघड़िया में किए गए कार्यों में सफलता और समृद्धि मिलती है, और यह कार्य दीर्घकालिक रूप से लाभकारी होते हैं।
2. शुभ चौघड़िया
- महत्व: यह भी एक अत्यधिक शुभ चौघड़िया माना जाता है।
- उपयोग: इस समय में नए कार्य की शुरुआत, यात्रा, निवेश, और अन्य महत्वपूर्ण कार्य किए जा सकते हैं।
- लाभ: शुभ चौघड़िया में किए गए कार्य सफल होते हैं और उनमें सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।
3. लाभ चौघड़िया
- महत्व: लाभ चौघड़िया भी एक शुभ समय माना जाता है, विशेष रूप से उन कार्यों के लिए जिनका संबंध व्यापार और आर्थिक लाभ से है।
- उपयोग: इस समय में व्यापार, निवेश, धन-संपत्ति से जुड़े कार्य, और नई परियोजनाओं की शुरुआत करना अत्यधिक लाभकारी होता है।
- लाभ: इस चौघड़िया में किए गए कार्यों से आर्थिक लाभ और प्रगति की संभावना अधिक होती है।
4. चर चौघड़िया
- महत्व: चर का अर्थ है “गतिशील”। यह चौघड़िया यात्रा और स्थानांतरण के लिए सबसे अधिक अनुकूल माना जाता है।
- उपयोग: इस समय में यात्रा, वाहन खरीदने, या किसी भी गतिशीलता से जुड़े कार्य जैसे व्यापारिक यात्राएँ, स्थानांतरण, और यात्राओं की योजना बनाना शुभ होता है।
- लाभ: चर चौघड़िया में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और कार्य सुगमता से संपन्न होते हैं।
5. काल चौघड़िया
- महत्व: काल चौघड़िया अशुभ माना जाता है। “काल” का अर्थ है मृत्यु या समय का अंत, जो कि नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
- उपयोग: इस समय में कोई भी शुभ कार्य, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा, या नया कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
- हानि: काल चौघड़िया में किए गए कार्यों में विघ्न-बाधाएँ आ सकती हैं, और उन कार्यों का परिणाम अनुकूल नहीं होता।
6. रोग चौघड़िया
- महत्व: रोग चौघड़िया भी अशुभ समय माना जाता है। इसका संबंध बीमारी और कष्ट से है।
- उपयोग: इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। यह समय स्वास्थ्य से जुड़े कार्यों के लिए भी अच्छा नहीं है।
- हानि: रोग चौघड़िया में किए गए कार्यों से स्वास्थ्य समस्याएँ, विघ्न और बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
7. उद्वेग चौघड़िया
- महत्व: उद्वेग का अर्थ होता है “चिंता” या “अशांति”। यह चौघड़िया सबसे अधिक अशुभ माना जाता है।
- उपयोग: इस समय में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य, यात्रा, निवेश, या नया कार्य आरंभ करने से बचना चाहिए।
- हानि: उद्वेग चौघड़िया में किए गए कार्यों में असफलता, चिंता और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
सारांश:
- अमृत, शुभ, और लाभ चौघड़िया शुभ माने जाते हैं और इन समयों में महत्वपूर्ण कार्य करना लाभकारी होता है।
- चर चौघड़िया भी अनुकूल माना जाता है, विशेषकर यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए।
- काल, रोग, और उद्वेग चौघड़िया अशुभ होते हैं, और इन समयों में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए।
चौघड़िया का सही उपयोग करने से जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों को सही समय पर संपन्न किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति को सफलता और समृद्धि मिलती है।
Related Posts