भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा अब नहीं रहे। 86 साल की उम्र में उन्होंने हम सबसे बिदाई ले ली और मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका निधन हो गया। सभी जगह इंटरनेट पर सिर्फ यही पढ़ने में आ रहा है की “Ratan Tata is no more“, उनके जाने से देश को एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा, “भारत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है।” इस खबर से पूरे देश में गहरा शोक है।
उनकी दरियादिली, विनम्रता, और समाज सेवा के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। आपने न सिर्फ उद्योग जगत को बल्कि करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। उनकी विरासत सदैव जीवित रहेगी।

2000 के बाद टाटा समूह के विकास और वैश्वीकरण अभियान ने उनके नेतृत्व में रफ्तार पकड़ी और उन्होंने टेटली / Tetley , कोरस/ corus, जगुआर/ jaguar लैंड रोवर Land Rover, ब्रूनर मोंड Brunner Mond, जनरल केमिकल इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स और देवू जैसी हाई-प्रोफाइल कंपनियों का अधिग्रहण किया।
मशहूर उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने अपने काम से न सिर्फ देश बल्कि दुनिया में भी अलग पहचान बनाई। उन्हें भारत का गौरव माना जाता है, और उनका योगदान भारतीयों के जीवन को आसान और बेहतर बनाने में बहुत अहम रहा है। Ratan Tata Dies और उनकी अनगिनत उपलब्धियां दुनिया के लिए प्रेरणा रही हैं। अगर आप भी Ratan Tata death news को विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आइए यहां उनके जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें जानें:
- 1937: रतन टाटा का जन्म सूनू और नवल टाटा के घर हुआ।
- 1955: 17 साल की उम्र में उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहां उन्होंने आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
- 1962: आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री हासिल की।
- 1962: टाटा समूह में एक सहायक के रूप में शामिल हुए।
- 1963: टाटा स्टील (तब टाटा आयरन एंड स्टील) में ट्रेनिंग के लिए गए।
- 1965: टिस्को में तकनीकी अधिकारी बने।
- 1971: नेल्को (नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स) के प्रभारी निदेशक बने।
- 1975: हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा किया।
- 1991: टाटा समूह के अध्यक्ष बने और भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बीच समूह का पुनर्गठन शुरू किया।
- 2000-2010: रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक विस्तार किया, जिसमें कई प्रमुख अधिग्रहण शामिल थे जैसे टेटली, कोरस, जगुआर लैंड रोवर और देवू।
- 2008: उन्होंने टाटा नैनो लॉन्च की, जिसे दुनिया की सबसे सस्ती कार के रूप में पहचाना गया।
- 2012: टाटा समूह के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्ति ली।
- अक्टूबर 2024:रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

आज का दिन शायद भारत की शीष पर बदनसीबी का टीका लगाने के लिए ही निकला था जो सुबह सुबह सभी को यह सूचना मिली की Ratan Tata nahi rahe . आज whatsapp हो या facebook status सभी जगह इंटरनेट पर यही देखने सुनने को मिल रहा है की ‘Rest in Peace Ratan Tata। Nahi rahe Ratan Tata | Miss you Ratan Tata | Ratan Tata ko alvida और भी बहुत कुछ। हर व्यक्ति ने अपने ही अंदाज़ में रतन सर को श्रद्धांजलि देने का प्रयास किया है। उनमे से एक कवि है जिन्होंने अपनी रचना के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त की है।

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रतन टाटा अंतिम यात्रा के कुछ दृश्य | Ratan Tata Funeral LIVE
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