हिंदू धर्म के अनुसार हफ्ते के सात दिनों में हर दिन अलग-अलग देवी देवता को समर्पित किया गया है। अक्सर हमें यह पता नहीं होता की Kis din kis bhagwan ki puja hoti hai और अनजाने में हम गलत प्रयास करते रहते है किन्तु फल प्राप्त नहीं होते। इसलिए यह बहुत आवश्यक है की हमें यह जानकारी हो की kown se din kis bhagwan ki puja hoti hai .
हर देवी देवता का एक विशेष दिन माना गया है जिस दिन उन विशेष देवता की पूजन करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। यूं तो सभी दिन किसी भी देवता की पूजन पाठ या स्तुति करना लाभदायक ही होता है लेकिन विशेष दिन की गई पूजा का महत्व और बढ़ जाता है और वह विशेष फलदाई होता है उदाहरण के लिए जैसे लक्ष्मी पूजन तो हर दिन की जा सकती है लेकिन दिवाली के समय लक्ष्मी पूजन का बहुत अधिक महत्व है। तो आज हम जानेंगे की Kis din kis bhagwan ki puja karni chahiye
किस दिन किस भगवन की पूजा होती है या करनी चाहिए ? Kis din kis bhagwan ki puja hoti hai
सभी देवी देवताओं के पूजन पाठ की अलग-अलग विधि होती है और शास्त्रों के अनुसार सभी का अपना एक विशेष दिन होता है जिस दिन अगर विधि विधान से उनका पूजन अर्चन और स्तुति की जाए तो वह श्रेष्ठ फलदाई होता है ऐसा बताया गया है कि रविवार के दिन सूर्य सोमवार के दिन चंद्रमा और शिवाजी जाने के भोलेनाथ का दिन होता है वैसे ही मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है बुधवार को बुद्धि के देवता यानी के श्री गणेश जी का विशेष दिन माना गया है गुरुवार के दिन देवताओं के गुरु जाने के बृहस्पति का दिन बताया गया है और विष्णु जी का दिन भी गुरुवार और रविवार को बताया गया है शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का दिन माना गया है और शनिवार के दिन जो है शनि देव को समर्पित है जो की अत्यंत फलदाई होता है
संछेप में जानते है Kis din kis bhagwan ki puja hoti hai | Summary
दिन | भगवान |
रविवार ( raviwar ) | Sunday | सूर्य देवता, विष्णु जी |
सोमवार (somwar ) | Monday | चन्द्रमा, शिव जी |
मंगलवार (mangalwar) | Tuesday | हनुमान जी , मंगल गृह |
बुधवार (budhwar) | Wednesday | गणेश जी , बुध गृह |
गुरुवार (guruwar ) | Thursday | गुरु गृह अथवा बृहस्पति , विष्णु जी |
शुक्रवार (shukrawar ) | Friday | लक्ष्मी जी |
शनिवार (shaniwar) | Saturday | शनि देव , हनुमान जी |
जानते है की क्यों किसी विशेष दिन किसी एक ही भगवान की पूजन का विधान बताया गया है [ महत्त्व | Importance ]
अब हम जानेंगे की किस देवी देवता के पूजन से क्या लाभ प्राप्त होता है क्योंकि मनुष्य होने के नाते हम फल की इच्छा करते हैं और हमारे मन में यह भावना होती है कि अगर हम यह पूजन कर रहे हैं तो इसका फल क्या मिलेगा या कैसे मिलेगा तो आईए जानते हैं कि किन देवी देवताओं के पूजन से क्या विशेष फल प्राप्त होते हैं। जैसे कि सोमवार के दिन सूर्य देव के नियमित पूजन से आरोग्य का सुख मिलता है याने के सूर्य देव आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं आपके शरीर में जो अग्नि तत्व है उसे बलवान बनाते हैं जिससे कि आप लोगों से दूर रहते हैं। वहीं चंद्रमा मन का कारक है इसलिए चंद्रमा की पूजन से मानसिक शांति प्राप्त होती है वहीं मंगलवार के दिन हनुमान जी का दिन माना गया है जो की मंगल करते हैं मंगल की पूजा से आत्मविश्वास और बुद्धि और बाल में वृद्धि होती है हनुमान जी बुद्धि और बाल के देवता हैं।
बुधवार के दिन अगर गणेश जी की आराधना की जाए तो बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है क्योंकि गणेश जी बुद्धि के देवता हैं जिन्हें सर्वप्रथम पूजा जाता है गुरुवार के दिन गुरु की पूजा करने का विधान है यानी कि बृहस्पति की पूजा करने से आयु में आवृत्ति होती है और हमारे कार्यों में सिद्धि और सफलता प्राप्त होती हैवहीं शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से और उन्हें लाल पुष्प अर्पित करने से जीवन में भौतिक सुख की प्राप्ति होती है यानी कि जो भौतिक वस्तुएं हम धन से अर्जित करते हैं उन्हें अर्जित करना हमारे लिए सरल हो जाता है मां लक्ष्मी की दया से हमें सारे भौतिक सुख आसानी से मिल जाते हैं वहीं शनिवार को अगर शनि देव की पूजा की जाए तो हम पर जो संकट होते हैं उनका नाश होता है और हम मृत्यु के पैसे भी दूर रहते हैं शनि देव हमारी रक्षा करते हैं।
रविवार के दिन किस देवता को पूजा जाता है | Raviwar ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
रविवार का दिन सूर्य देवता का दिन माना जाता है इस दिन सूर्य भगवान की आराधना करने से अत्यंत ऊर्जा साहस सम्मान प्राप्त होता है। क्योंकि सूर्य देवता ऊर्जा के प्रतीक हैं इसलिए उनकी आराधना करने से हमें शारीरिक और मानसिक रूप से ऊर्जा मिलती है, जिसके कारण हममें साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में मान सम्मान की प्राप्ति होती है। रविवार के विशेष दिन तांबे के लोटे में जल भरकर साथ में कंकू चावल पुष्प डालकर सूर्य देवता को अर्ग देने से हमें श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं। सूर्य पूजन के विषय में और अधिक यहाँ जाने।
सोमवार के दिन किस देवता की पूजा की जाती है | Somwar ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
चंद्र देव या चंद्रमा जो की मन का कारक है मन को प्रभावित करते हैं। अगर आपका मन विचलित रहता हो या मानसिक शांति ना हो तो आपको सोमवार के दिन चंद्र देव की आराधना करनी चाहिए। सोमवार के दिन शिवजी की आराधना भी बहुत शुभ फलदाई होती है क्योंकि शिवजी ने भी चंद्रमा को अपने सर पर धारण कर रखा है इसलिए शिवजी की आराधना करने से चंद्र देव की आराधना अपने आप हो जाती है। इसलिए हमें यह पता होना चाहिए की Kis din kis bhagwan ki puja hoti hai . सोमवार के दिन मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने से पुण्य प्राप्त होता है। हो सके तो सोमवार के दिन एक लोटा जल शिवलिंग पर अवश्य चढ़ाए और शिव भगवान से अपनी मनोकामना मांगे।
मंगलवार के दिन कौन से भगवान् की पूजा की जाती है | Mangalwar ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
मंगलवार के दिन की पूजा मंगल ग्रह से संबंधित होती है। इस दिन हम मंगल ग्रह से संबंधित कुछ भी उपाय करते हैं तो वह शुभ फलदाई होता है। जैसे के मंगल ग्रह लाल या सिंदूरी रंग का होता है इसलिए इस रंग का बहुत महत्व है। मंगलवार के दिन हनुमान जी और शिवजी दोनों की उपासना लाभदायक होती है। शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल अर्पण करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। उसी प्रकार मंगलवार विशेषकर हनुमान जी का दिन माना जाता है और हनुमान जी तो सभी का मंगल ही करते हैं। इस दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना या अपने घर पर ही संभव हो सके तो सुंदरकांड का पाठ किया जा सकता है। हनुमान जी को तेल का दिया लगाना चाहिए इससे मंगल ग्रह बलवान होता है और राहु केतु के दुष्प्रभावों से हमारी रक्षा करता है।
बुधवार के दिन कौन से भगवान् की पूजा की जाती है | Budhwar ke din kis bhagwan ki puja ki jati hai
बुधवार गणेश जी का वार माना जाता है इसलिए बुधवार को गणेश जी की उपासना की जाए तो अत्यंत फलदाई होती है। बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए बुधवार को हरी मूंग की दाल का दान करना लाभदाई होता है। इस दिन गणेश जी की पूजन अर्चन करके आरती वंदना करके उन्हें दूर्वा अवश्य चढ़ाएं। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और हमें रिद्धि – सिद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।
गुरुवार के दिन कौन से भगवान् की पूजा की जाती है | Guruwar ke din kis bhagwan ki puja ki jati hai
हमारे जीवन में गुरु का बड़ा ही महत्व होता है। गुरुवार के दिन पीली चीजों का दान करना श्रेष्ठ फल प्रदान करता है। इस दिन शिवलिंग पर चने की दाल अर्पित करना भी अच्छा रहता है। गुरुवार के दिन बेसन के लड्डू भी आप मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ा सकते हैं इससे आपका गुरु बलवान होता है। गुरु के बलवान होने से आपके बिगड़े काम बनने लगते हैं और जीवन में मान सम्मान प्राप्त होता है।
शुक्रवार के दिन किस देवता को पूजा जाता है | Sukrawar ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
शुक्रवार का दिन शुक्र देव से संबंधित होता है। शुक्रदेव यानी की चमक धमक देने वाला ग्रह। इस दिन लक्ष्मी माता की पूजा विधि विधान से करने वालों को श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं। लक्ष्मी मैया बहुत जल्द प्रसन्न होने वाली देवी हैं और वैभवलक्ष्मी नामक लक्ष्मी व्रत जो कोई भी करता है उसे निश्चित ही शुभ फल प्राप्त होते हैं। इसलिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को लाल फूल और मिठाई का प्रसाद अवश्य चढ़ाएं जिससे कि आपके जीवन में सुख समृद्धि की कमी नहीं होगी।
शनिवार के दिन किस देवता को पूजा जाता है | Shaniwar ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
शनिवार का दिन शनि देव का दिन होता है। शनि देव का नाम सुनते ही हम भयभीत हो जाते हैं क्योंकि जिस भी व्यक्ति पर शनि अप्रसन्न होते हैं उसके जीवन में भयंकर आपदाएं आने लगाती हैं। अगर कुंडली में शनि कमजोर भी है तो भी हम उनके दुष्प्रभावों को पूजन पाठ से कम कर सकते हैं। शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर जाकर उन्हें तेल जरूर चढ़ाना चाहिए। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें क्योंकि शनि देव हनुमान जी के अधीन है। इसलिए हनुमान जी की दया प्राप्त होने से शनि देव स्वतः ही प्रसन्न हो जाते हैं और कभी हमारा अहित नहीं करते।
पूर्णिमा के दिन किस भगवान को पूजा होती है | purnima ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
पूर्णिमा के दिन या यू कहें तो ज्यादा सही होगा की पूर्णिमा की रात्रि को चन्द्रमा की पूजन की जाती है। पूर्णिमा तिथि के समय चन्द्रमाँ अपने पूर्ण यौवन पर होते है इसलिए इस समय उनसे निकलती हुई सकारात्मक ऊर्जा हमें लाभ पहुँचती है। इस दिन भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की विधि विधान से पूजन की जाए तो विशेष लाभ मिलता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन दान अवश्य किया जाना चाहिए।
एकादशी के दिन किस भगवान की पूजा होती है | ekadashi ke din kis bhagwan ki puja hoti hai
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। मोहिनी एकादशी की बहुत मान्यता है। इसी दिन भगवान विष्णु जी ने मोहिनी रूप धारण किया था जिसका उद्देश्य राक्षसों को वश में करना था। इसी रूप में विष्णु जी ने राक्षसों को वश में किया और देवताओं पर कृपा हुई। इस दिन व्रत रखने से पूर्व पाप कर्मों का शमन होता है और पुण्य प्राप्त होता है।
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