P. V. Narasimha Rao

को भारत रत्न (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया

9 फरवरी, 2024

राव ने मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री नियुक्त किया और देश को बिगड़ते आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए आर्थिक सुधारों की एक श्रृंखला शुरू की

आर्थिक संकट से बचाया देश  को और मन मोह लिया 

गर्माहट नहीं थी राव और सोनिया के रिश्ते में। 

राव को भारत रत्न देने से इतिहास पुनर्जीवित होगा और लोकसभा चुनाव के ठीक पहले यह सम्मान कांग्रेस को और मुश्किल में डालने वाला है।

कांग्रेस ने आर्थिक उदारीकरण की नींव रखने वाले अपने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को भी अपने कार्यालय के अंदर नहीं लाने  दिया था। 

कांग्रेस ने अंतिम समय में भी  नहीं दिया सम्मान 

राव ने राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को सक्रिय किया, जिसके परिणामस्वरूप अंततः 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षण हुआ।

परमाणु परिक्षण में किया सहयोग 

राजीव गांधी सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे राव संन्यास लेने वाले थे लेकिन राजीव गाँधी की हत्या ने उन्हें राजनीति में बने रहने के लिए मजबूर कर दिया।  

 एक समय राजनीती से सन्यास लेने वाले थे राव 

नरसिम्हा राव जी ने अटल जी के साथ काफी काम किया और दोनों के बीच सहयोग के साथ साथ आपसी सम्मान का बेहतरीन रिश्ता रहा।  

अटल जी से बहुत मधुर सम्बन्ध थे राव के 

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देश का सम्मान 

P. V. Narasimha Rao